रीवा (ईन्यूज़ एमपी): रीवा शहर के सिरमौर चौराहे पर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां फ्लाईओवर के नीचे स्ट्रीट वेंडर्स से हर रोज़ 20 से 50 रुपए तक की अवैध वसूली की जा रही है। एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें कथित तौर पर एसडी ग्रुप एंड कंपनी के कर्मचारी एक चने वाले से जबरन पैसे मांगते और धमकाते दिख रहे हैं। शर्मनाक सच्चाई नगर निगम द्वारा दी गई पार्किंग ठेकेदारी की आड़ में, कंपनी के लोग पूरे क्षेत्र में ठेले-खोमचे वालों को पार्किंग स्थल का हवाला देकर डरा-धमका रहे हैं। जिन दुकानदारों ने पैसे नहीं दिए, उन्हें ‘यहां दुकान लगाने नहीं देंगे’ कहकर हटाने की धमकी दी जा रही है। उड़ाईं जा रहीं कानून की धज्जियाँ! नगर निगम के खुद के नियमों के अनुसार, फुटपाथ व्यवसायियों से साल में सिर्फ 850 रुपए ही वसूले जा सकते हैं। लेकिन यहां तो रोजाना की उगाही हो रही है। 20 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से देखा जाए तो एक दुकानदार से साल भर में 7200 रुपए की अवैध वसूली की जा रही है! सवाल ये है—कौन है इस खेल का मास्टरमाइंड? स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार चाहे जितनी घोषणाएं कर ले, लेकिन नगर निगम के नीचे भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है। गरीब स्ट्रीट वेंडर्स से वसूली कर उनकी रोजी-रोटी पर हमला किया जा रहा है। कर्मचारी गुड्डू का नाम आया सामने वीडियो में वसूली करता दिखा युवक गुड्डू बताया जा रहा है, जो कथित तौर पर एसडी ग्रुप का कर्मचारी है। वीडियो में वह चने वाले को खुलेआम धमका रहा है। नगर निगम आयुक्त ने दी सफाई आयुक्त डॉ. सौरभ संजय सोनवडे का कहना है कि फर्म को सिर्फ वाहन पार्किंग का ठेका दिया गया है, न कि बाजार बैठकी का। उन्होंने कहा कि वीडियो की जांच करवाई जाएगी और अगर अवैध वसूली पाई गई तो कड़ी कार्रवाई होगी। अब सवाल ये है—गरीबों को रोज़ डराकर पैसा वसूलने वाले कब तक बचते रहेंगे? क्या सिर्फ जांच और सफाई से खत्म होगा ये गुंडाराज?