सीधी (ईन्यूज़ एमपी): जहां क्रिकेट के मैदान पर गुजरात टाइटन्स और राजस्थान रॉयल्स भिड़ रहे थे, वहीं सीधी जिले के डैनिहा गांव में 'क्रिकेट के असली खिलाड़ी' हार-जीत पर रुपयों के चौके-छक्के लगा रहे थे। लेकिन इस बार 'लकी ओवर' पुलिस के नाम रहा, जब उप पुलिस अधीक्षक गायत्री तिवारी के नेतृत्व में सट्टे के अड्डे पर सीधी पुलिस ने छापा मारकर पूरे खेल को चौपट कर दिया। सट्टे के अड्डे की लाइव अपडेट: डैनिहा में एक बुलेट मोटरसाइकिल पर विराजमान दिलीप जायसवाल न केवल ट्रेंड सट्टेबाज निकला, बल्कि उसके पास 'हार-जीत के ऑनलाइन खेल' का पूरा सेटअप भी था। दर्जनों की भीड़ और चंद मिनटों में उड़ती हजारों की नकदी—यह दृश्य किसी फिल्म से कम नहीं था। लेकिन तभी पुलिस टीम ने 'रियल टाइम फील्डिंग' लगाई और दिलीप को धर दबोचा, जबकि उसके बाकी साथी सट्टेबाज मैदान से भाग खड़े हुए। पुलिस की पारी: 2 एंड्रॉयड मोबाइल, 10,700 रुपये नगद, एक बुलेट मोटरसाइकिल, कुल जप्ती मूल्य: ₹2,45,700 दिलीप जायसवाल ने पूछताछ में बताया कि वह पिंटू गुप्ता, धर्मेंद्र बहेलिया, सोनू मुसलमान और मुक्कू कुशवाहा के साथ मिलकर ऑनलाइन लिंक के ज़रिए आईपीएल का सट्टा चला रहा था। सवाल ये है... क्या IPL अब सिर्फ क्रिकेट नहीं, एक 'काली कमाई का टूर्नामेंट' बन चुका है? क्या सट्टा माफिया अब गांवों तक डिजिटल पैठ बना चुका है? और सबसे बड़ा सवाल—हर मैच के साथ क्या नई गिरफ्तारी ही पुलिस का 'मैन ऑफ द मैच' होना चाहिए? फिलहाल, सट्टा प्रेमियों को पुलिस की ये 'विकेट' साफ चेतावनी है—ये IPL है, लेकिन हर खेल की 'पिच' पर कानून की बॉल भी घातक साबित हो सकती है!