enewsmp.com
Home सीधी दर्पण बड़ी खबर: संजय टाइगर रिजर्व में जलता जंगल, धधकती आग ने मचाया तांडव—वन्यजीव भागे...

बड़ी खबर: संजय टाइगर रिजर्व में जलता जंगल, धधकती आग ने मचाया तांडव—वन्यजीव भागे...

सीधी (ईन्यूज़ एमपी): मध्यप्रदेश के संजय टाइगर रिजर्व से इस वक्त की सबसे सनसनीखेज और दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। भुईमाड़ वन परिक्षेत्र के जंगलों में भीषण आग ने तबाही का तांडव मचा दिया है! केशलार के विश्राम पाठ, बड़का वन और अमरोला के करचा गरुण पाठ—ये तमाम इलाके एक-एक कर आग की लपटों में समा चुके हैं। अब यह आग इतनी बेकाबू हो चुकी है कि पूरे रिजर्व को निगलने की तैयारी में है!

जंगल बना 'ज्वालामुखी', वन्यजीवों की चीख-पुकार से कांपा सन्नाटा
धरती पर स्वर्ग कहे जाने वाले इस घने वन क्षेत्र में अब सिर्फ धुआं, राख और दहशत बची है। पक्षियों की चहचहाहट सन्नाटे में बदल गई है और वन्य जीव अपनी जान बचाकर झाड़ियों से निकलकर इधर-उधर भागते नजर आ रहे हैं। जंगल की हर हरियाली आग की लपटों में चीख रही है।

वन विभाग की घोर लापरवाही, आग बनी तबाही!
भारतीय जनता युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र वैश ने वन विभाग पर जमकर बरसते हुए कहा, “जंगल जल रहा है, और अधिकारी सो रहे हैं! अगर अब भी नींद नहीं टूटी तो अगली खबर किसी मानव त्रासदी की हो सकती है!”

वन विभाग का दावा—'हम काबू पा लेंगे', लेकिन कब?
वन परिक्षेत्र अधिकारी रामावतार सिंह का कहना है कि उनकी टीम लगातार प्रयास कर रही है और जल्द ही आग पर नियंत्रण पा लिया जाएगा। लेकिन सवाल ये है—क्या तब तक कुछ बचेगा?

आसमान में उठती आग की लपटें, ज़हर बना धुआं
धुएं की सघन चादर ने पूरा वातावरण ढंक लिया है। अब यह आग सिर्फ पेड़ों को नहीं, इंसानों की सांसों को भी निगल रही है। स्थानीय लोग खांसी, दम घुटने और आंखों में जलन जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं।

यह कोई सामान्य अग्निकांड नहीं, यह प्रकृति की कराह है, जिसे सुनना अब जरूरी हो गया है। शासन, प्रशासन और वन विभाग को अब 'फॉर्मल बयानबाज़ी' से बाहर आकर, ग्राउंड पर एक्शन लेना होगा। नहीं तो आने वाली पीढ़ियां सिर्फ राख और अफसोस की विरासत पाएंगी।

Share:

Leave a Comment