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सीधी (ईन्यूज़ एमपी): दिव्यांगजनों के लिए सुविधाओं की वास्तविक स्थिति परखने के लिए "सुगम्य यात्रा" का आयोजन किया गया। शुक्रवार, 7 मार्च 2025 को निकली इस विशेष यात्रा को एसडीएम गोपद बनास नीलेश शर्मा और उपसंचालक सामाजिक न्याय अशोक तिवारी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस पहल का मकसद सार्वजनिक स्थलों की सुगमता का निरीक्षण कर आवश्यक सुधारों के लिए संबंधित विभागों को निर्देशित करना था।

निरीक्षण में सामने आईं खामियां:
निरीक्षण दल ने गांधी स्कूल, गर्ल्स कॉलेज, संजय गांधी कॉलेज, बस स्टैंड, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, नगरपालिका और सरस्वती स्कूल का दौरा किया।
बता दें कि जिले के बड़े विद्यालय प्रतिष्ठानों तथा महाविद्यालय में इस दौरान कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं—
गांधी स्कूल और गणेश कॉलेज में रैंप जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव पाया गया, जिससे दिव्यांग छात्रों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
गर्ल्स कॉलेज और संजय गांधी कॉलेज में दिव्यांगजनों के लिए आवश्यक सुविधाएं संतोषजनक रूप से उपलब्ध थीं।
बस स्टैंड पर स्थिति चिंताजनक रही। दिव्यांगों के लिए आरक्षित सीटों पर कोई स्पष्ट संकेतक नहीं था, और किराया सूची में उनकी रियायतों का कोई जिक्र तक नहीं किया गया था। इससे दिव्यांग यात्रियों को सही जानकारी न मिलने से असुविधा होती है।

क्या मिलेगा सुधार?
"सुगम्य यात्रा" के दौरान मिली कमियों के आधार पर संबंधित विभागों को आवश्यक सुधारों के निर्देश दिए जाएंगे, ताकि दिव्यांगजन बिना किसी बाधा के सार्वजनिक स्थलों और परिवहन सुविधाओं का उपयोग कर सकें।

निरीक्षण दल की भूमिका:
इस यात्रा में सामाजिक सुरक्षा अधिकारी प्रदीप द्विवेदी, सुश्री नम्रता मिश्रा (ए.ओ.), शिवांसु शुक्ला (पुनर्वास विशेषज्ञ एवं स्पेशल एजुकेटर) एवं सामाजिक न्याय से चंद्र प्रताप तिवारी,प्रभात शुक्ला, राजेश मिश्र,समेत कई अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल रहे।
अब देखना होगा कि यह निरीक्षण सिर्फ औपचारिकता बनकर रह जाता है या फिर दिव्यांगजनों के लिए वाकई "सुगम्य" बदलाव लाता है!

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