नई दिल्ली (ईन्यूज़ एमपी): नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात का मंजर खौफनाक था, जब प्रयागराज महाकुंभ जाने वालों की भारी भीड़ ने प्लेटफॉर्म 14 और 15 को मौत के कुचक्र में बदल दिया। भगदड़ मचने से 5 बच्चों समेत 18 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 25 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मौत की भीड़ में कुचले गए मासूम सपने! शनिवार, 15 फरवरी की रात को प्रयागराज जाने वाली तीन ट्रेनों के लेट होने से प्लेटफॉर्म पर हजारों की भीड़ जमा हो गई। भीड़ इतनी बेकाबू थी कि लोग एक-दूसरे को कुचलते हुए गिरते चले गए। मृतकों में 9 महिलाएं, 4 पुरुष और 5 मासूम बच्चे शामिल हैं। घायलों का इलाज लेडी हार्डिंग अस्पताल और लोक नारायण जयप्रकाश अस्पताल में चल रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों की रूह कंपा देने वाली गवाही! प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि प्लेटफॉर्म पर भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोगों के पास सांस लेने तक की जगह नहीं थी। धक्का-मुक्की के बीच कई लोग ट्रेनों के इंजन के आगे गिरकर कुचल गए, जबकि कुछ की मौत दम घुटने से हुई। मौत का मंजर इतना भयानक था कि लाशें एक के ऊपर एक बिछी हुई थीं। रेलवे प्रशासन पर सवाल, मुआवजे का ऐलान! इस भयंकर हादसे ने रेलवे प्रशासन की भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रेल मंत्री ने हाई लेवल जांच के आदेश दिए हैं। रेलवे ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख, गंभीर घायलों को 2.5 लाख और साधारण घायलों को 1 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है।