जबलपुर (ईन्यूज़ एमपी): मध्यप्रदेश में सरकारी कामकाज में लापरवाही बरतने वालों पर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने सख्त रुख अपनाया है। सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों की समीक्षा बैठक में कई अधिकारी अनुपस्थित पाए गए, जिससे नाराज होकर कलेक्टर ने सभी अनुपस्थित अधिकारियों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। बैठक में अनुपस्थित अफसरों के लिए आदेश: गैर-मौजूद अधिकारियों का एक दिन का अवैतनिक अवकाश स्वीकृत कर जिला कोषालय अधिकारी को सूचित किया जाएगा। लापरवाही बर्दाश्त नहीं, शिकायतों के निराकरण में देरी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 44 पटवारियों पर गिरी गाज, एक दिन का वेतन कटेगा शहपुरा तहसील में फार्मर रजिस्ट्री और आरओआर से आधार लिंक करने में लापरवाही बरतने वाले 44 पटवारियों का 10 फरवरी का वेतन काटने का आदेश जारी किया गया है। तहसीलदार शहपुरा रविन्द्र पटेल ने सर्किल पीठासीन अधिकारियों की समीक्षा के बाद यह कार्यवाही की, जिसमें इन पटवारियों का कार्य निम्न स्तर का पाया गया। कलेक्टर का सख्त संदेश: लापरवाही बर्दाश्त नहीं कलेक्टर दीपक सक्सेना ने साफ शब्दों में कहा कि सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों का निराकरण प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। शिकायतों का सही समय पर निवारण न करने पर अधिकारियों पर होगी सख्त कार्रवाई। जिले की रैंकिंग सुधारने के लिए सीएम हेल्पलाइन मामलों के समाधान को प्राथमिकता दें। किसानों के भुगतान पर भी कलेक्टर की सख्ती किसानों के भुगतान में देरी को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने निर्देश दिए कि धान विक्रय करने वाले किसानों का भुगतान संबंधित सोसायटी द्वारा किया जाए। उपार्जन में गड़बड़ी पाए जाने पर एफआईआर दर्ज कराने के भी आदेश दिए। कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि काम में लापरवाही और मनमानी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वेतन कटौती और सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रशासनिक ढिलाई पर रोक लगाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।