प्रयागराज (ईन्यूज एमपी) – आधी रात के बाद जब संगम तट पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा था, तभी अचानक भगदड़ मच गई। चीख-पुकार और अफरा-तफरी के बीच लोग एक-दूसरे पर गिरते गए। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 35-40 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 70 से ज्यादा घायल हैं। हादसे के बाद अस्पतालों में दर्दनाक मंजर देखा गया। एक रिपोर्टर जब मेडिकल कॉलेज पहुंची, तो वहां 20 शव गिने गए, जबकि अंतिम डेडबॉडी पर 40 नंबर दर्ज था। मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। कैसे मची भगदड़? 1. अमृत स्नान के चलते पांटून पुल बंद थे, जिससे भीड़ अनियंत्रित हो गई और लोग बैरिकेड्स में फंस गए। 2. एंट्री और एग्जिट रास्ते अलग नहीं थे, जिससे वापसी के दौरान धक्का-मुक्की बढ़ी और भगदड़ मच गई। हादसे के बाद NSG कमांडो संगम तट पर तैनात कर दिए गए हैं, प्रयागराज में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन ने आसपास के जिलों को अलर्ट कर दिया है ताकि भीड़ और न बढ़े। नेताओं के आरोप-प्रत्यारोप: पीएम मोदी ने शोक जताया, यूपी सरकार के संपर्क में रहने की बात कही। सीएम योगी ने संयम बरतने की अपील की। राहुल गांधी ने सरकार की बदइंतजामी को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया। अखिलेश यादव बोले—महाकुंभ का जिम्मा सेना को सौंप देना चाहिए। श्रद्धालुओं के लिए अलर्ट: प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि सिर्फ संगम पर स्नान करने की जिद न करें, गंगा हर जगह पवित्र है। हादसे से सबक लेते हुए भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं।