भोपाल (ईन्यूज एमपी)। मध्य प्रदेश सरकार ने श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट को विश्व धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने का ऐलान किया है। इसके लिए 750 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी योजना बनाई गई है, जिसके तहत रामायण काल से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों को संरक्षित और संवारा जाएगा। सरकार के इस प्लान के तहत चित्रकूट में आधुनिक सुविधाओं का समावेश कर इसे अंतरराष्ट्रीय धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। चित्रकूट से जुड़े रामायण काल के स्थानों को आधुनिक तकनीकों के जरिए संरक्षित किया जाएगा। श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए अत्याधुनिक परिवहन सुविधाओं की व्यवस्था होगी। चित्रकूट में संत समाज के लिए एक आधुनिक ज्ञान केंद्र स्थापित किया जाएगा, जहां धार्मिक और आध्यात्मिक अध्ययन की व्यवस्था की जाएगी। परियोजना के तहत मंदाकिनी नदी पर 130 मीटर लंबा भव्य पुल बनाया जाएगा, जो धार्मिक पर्यटन के अनुभव को और अधिक सुगम और आकर्षक बनाएगा। तपोभूमि को विकसित करने के लिए डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जा चुकी है। इसमें चित्रकूट के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल किया गया है, जिससे इसे एक वैश्विक धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में उभारा जा सके। सरकार की योजना है कि चित्रकूट को रामायण सर्किट का मुख्य केंद्र बनाया जाए। इस योजना से न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी तेजी आएगी।