(ईन्यूज एमपी)-राज्य सरकार ने 6-7 वेतन आयोग कर्मचारियों को दिवाली का बड़ा तोहफा दिया है। दरअसल मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश में हमेशा के लिए संविदा नियुक्ति प्रथा को खत्म कर दिया गया। ऐसे में राज्य के करीब 57000 कर्मचारी के नियमित होने का रास्ता भी साफ हो गया है। कई विभागों में कार्यरत कर्मचारी अब नियमित किए जाएंगे। उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपने क्षेत्र में जन्मदिन की पूर्व संध्या पर कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया। CM पटनायक ने घोषणा की कि राज्य में नौकरी के लिए कॉन्ट्रैक्ट भर्ती को खत्म किया जाएगा। साथ ही 57000 संविदा कर्मचारियों को नियमित करने की कार्यवाही शुरू की जाएगी। देर शाम हुई कैबिनेट की बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। हालांकि मुख्यमंत्री के इस ऐलान के बाद राज्य सरकार पर हर साल 1300 करोड़ रुपए के अतिरिक्त बोझ पड़ेंगे। सीएम ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि इसके लिए नोटिफिकेशन रविवार को जारी कर दिया जाएगा और आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किए जाएंगे ऐसा करने के साथ ही प्रदेश में संविदा सिस्टम को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा। अपने वीडियो संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें 2000 से प्रदेश की जनता की सेवा करने का अवसर मिला हुआ है। 1999 में सुपर साइक्लोन के बाद राज्य की स्थिति कमजोर हो गई थी। आर्थिक रूप से हम बेहद बड़ी चुनौती का सामना कर रहे थे। उस समय राज्य ओवरड्राफ्ट पर चल रहा था लेकिन अब अर्थव्यवस्था सुचारु रुप से चल रही है। शिक्षा स्वास्थ्य गुनिया दीनाची कृषि सिंचाई आदि विभिन्न क्षेत्रों में हमने कार्य किया है। सीएम ने कहा कि सीमित संसाधन में क्षेत्रों को सुधारना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता थी लेकिन संविदा नियुक्ति को लेकर हम बेहद कष्ट में स्थिति से गुजर रहे थे। 2013 में प्रदेश में संविदा नियुक्ति व्यवस्था की शुरुआत की गई थी लेकिन आज आर्थिक व्यवस्था में सुधार होने के बाद राज्य ने बड़ा फैसला लेते हुए यह तय किया है कि संविदा भर्ती व्यवस्था को हमेशा के लिए समाप्त कर दिया जाएगा। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे। नोटिफिकेशन रविवार को जारी किया जाएगा।