दिल्ली (ईन्यूज एमपी)-पांच राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण इलेक्शन पर संकट खड़ा गया है। यहां तक की चुनाव रद्द करने का मांग उठ रही है। इस बीच सोमवार को चुनाव आयोग और स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच अहम बैठक हुई। इस मीटिंग में भारत निर्वाचन आयोग ने वैक्सीनेशन बढ़ाने की सलाह दी है। संक्रमण और ओमिक्रॉन पर चर्चा केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के साथ चुनावी प्रदेशों में कोविड संक्रमण और ओमिक्रॉन को लेकर चर्चा की गई। इलेक्शन कमीशन ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को चुनाव के दौरान ड्रग का इस्तेमाल रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा गया। यह बैठक करीब एक घंटे तक चली। जिसमें स्वास्थ्य सचिव ने कोरोना के हालात और टीकाकरण की स्थिति की विस्तृत जानकारी दी। स्वास्थ्य सचिव ने दिए निर्देश राजेश भूषण ने कहा कि देश में ओमिक्रॉन के कोरोना वायरस के केस लगातार बढ़ रहे हैं। सरकार इसे रोकने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। उन्होंने राज्यों को नए कंटेनमेंट और कोविड-19 से बचाव के उपायों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा, 'ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण तीसरी लहर का डर है।' उन्होंने राज्यों को बड़े समारोहों को प्रतिबंधित करने के लिए कहा है। चुनाव के दौरान भी इसका पालन करने को कहा गया है। इन राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव अगले साल उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने हैं। उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर विधानसभा का कार्यकाल अगले साल मार्च में खत्म हो रहा है, जबकि उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल मई में खत्म होगा।