सीधी (ईन्यूज एमपी ) लोक निर्माण विभाग सीधी के अधीनस्थ 6 माह पहले कागजों में कराए गए निर्माण कार्यों को लेकर जिले के जनप्रतिनिधि अब सख्त हो गए हैं , तत्कालीन कार्यपालन यंत्री डी.के खरे के कार्यकाल में मझौली व सिहावल के सब इंजीयरों मंगलेश्वर द्विवेदी व सचिदानंद तिवारी द्वारा रिकार्ड की गई एमबी की जांच कराये जाने को लेकर इन दिनों गुपचुप तरीके से शिकायत कर्ता हाबी हो गये हैं । मिली जानकारी के मुताबिक पीडब्ल्यूडी सीधी के तत्कालीन कार्यपालन यंत्री डी. के खरे के कार्यकाल में AR मद (वार्षिक मरम्मत) के नाम पर लाखों के फर्जी भुगतान किये जाने का मामला चर्चाओं में है । सूत्रों की माने तो सब डिवीजन मझौली व सिहावल में अत्यधिक नियम कानून को दर किनार कर व्यापक पैमाने पर लाखों का घोटाला किया गया है । तत्कालीन कार्यपालन यंत्री रहे श्री खरे के चहेते सब इंजीनियर मंगलेश्वर द्विवेदी के कार्य क्षेत्र में सर्वाधिक भुगतान अपने आप सबालिया निशान पैदा करता है ...? सूत्र बताते हैं कि गैर कोई निर्माण कार्य के AR मद से लाखों के भुगतान किये गये हैं । बतादें कि लोक निर्माण विभाग उप सम्भाग मझौली व सिहावल के बिल व्हाउचर खगाले जाने का सिलसिला तेजी से चल रहा है , मामले को तूल देने बाले महानुभाव अगर दस्तावेजों को संग्रहित करने में सफल रहे तो जरूर पीडब्ल्यूडी का एक बड़ा कारनामा सामने आयेगा ।