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Home मध्य प्रदेश 20 दिन से बंद है पोर्टल, मैदान में पडी लाखो क्विंटल धान....

20 दिन से बंद है पोर्टल, मैदान में पडी लाखो क्विंटल धान....

भोपाल(ईन्यूज एमपी)- राज्य सरकार ने धान खरीदी का पोर्टल बंद कर दिया है। इस कारण करीब एक लाख क्विंटल धान खुले मैदान में पड़ा है। प्रदेश में 15 दिसंबर से धान की खरीदी शुरू हुई थी, जो 15 जनवरी तक चली। इस दौरान अधिकृत संस्थाओं ने खरीदी शुरू कर दी। किसानों को 11 से 15 जनवरी तक खरीदी के टोकन भी दिए गए, लेकिन तभी से अचानक पोर्टल बंद कर दिया गया।

किसानों को सबसे ज्यादा दिक्कत होशंगाबाद जिले के वनखेड़ी ब्लॉक के मछेरा, समनापुर और चांदौन खरीदी केंद्रों पर हो रही है। यहां धान की तुलाई कर पर्ची भी दे दी गई है। लेकिन, तुलाई पोर्टल में दर्ज नहीं हुई है। इससे 20 दिन बाद भी किसानों के खाते में पैसा नहीं आ पाया है। किसान तभी से धान की खुद ही रखवाली कर रहे हैं। तीनों केंद्रों पर 50 हजार क्विंटल से ज्यादा धान खुले में पड़ा है। यही स्थिति जबलपुर, कटनी, रायसेन, विदिशा और सीहोर जिले की भी है।
लगभग 20 दिन से यहां भी धान खुले मैदानों में पड़ा है और धान से लदी कई ट्रॉलियां खड़ी हुई हैं। इस तरह पूरे प्रदेश में 1 लाख क्विंटल से ज्यादा धान की खरीदी नहीं हो पाई है।

खरीदी की यह है प्रक्रिया :
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लिए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग सहकारिता सोसायटियों के माध्यम से खरीदी करवा रहा है। इसके तहत सबसे पहले किसान का सोसायटी पंजीयन करती है। फिर किसान के पास एसएमएस पहुंचता है, जिसमें धान तुलाई की तारीख दी होती है। तय तारीख पर खरीद केंद्र पहुंचने पर किसान को टोकन मिलता है और उनकी फसल की तुलाई कर ली जाती है।

500 रुपए का है अंतर : किसान यदि धान बाजार में बेचता है तो वहां 1200 से 1300 रुपए प्रति क्विटंल ही धान के मिल पा रहे हैं। जबकि सरकार द्वारा अधिकृत सोसायटियां समर्थन मूल्य पर 1750 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदा जा रहा है।

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