भोपाल (ईन्यूज एमपी)-मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान शुक्रवार 15 जून को दतिया में लगभग 700 करोड़ के विभिन्न कार्यों का शुभारंभ करेंगे। इनमें 350 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले रानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत पशु चिकित्सा महाविद्यालय के भूमि पूजन के अलावा दतिया मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण, उदगवां समूह जल प्रदाय योजना, मुख्यमंत्री शहरी पेयजल योजना सेवढ़ा, विद्युत उपकेन्द्र सेवढ़ा, गोराघाट मार्ग सेवढ़ा, दतिया उनाव मार्ग, उनाव कामद मार्ग का लोकार्पण शामिल है। जनसम्पर्क, जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने दतिया के विकास के लिए निरंतर योजनाएं स्वीकृत करवाई हैं। मेडिकल कॉलेज की लागत 158 करोड़ है। इसके निर्माण से प्रदेश के बुन्देलखण्ड और चंबल अंचल के मध्य नागरिकों के हित में एक विशेष सुविधा विकसित हो गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान जिन अन्य योजनाओं का लोकार्पण कर रहे हैं उनमें सड़क निर्माण के 51 करोड़ के तीन कार्य, मुख्यमंत्री शहरी पेयजल योजना के 22 करोड़ के कार्य, 28 करोड़ लागत के विद्युत उपकेन्द्र, 90 करोड़ लागत की समूह जल प्रदाय योजना शामिल है। अनेक योजनाओं में अव्वल है दतिया मुख्यमंत्री श्री चौहान हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ दिलवाने में दतिया जिला अग्रणी रहा है। किसानों को बीमा राशि के भुगतान में दतिया प्रदेश ही नहीं देश में अव्वल रहा। मुख्यमंत्री श्री चौहान शुक्रवार को विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को भी लाभान्वित करेंगे। उल्लेखनीय है कि दतिया में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 4 हजार 247 हितग्राहियों को 32.44 करोड़ रूपये, भावांतर योजना में 10 हजार 853 हितग्राहियों को 31.21 करोड़ और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत 28 हजार 732 हितग्राहियों को 62.38 करोड़ रूपये की राशि के भुगतान से लाभान्वित किया गया है। रबी कृषि उपार्जन 2018 में 41 हजार हितग्राहियों को लगभग 300 करोड़, राहत राशि वितरण में करीब दो लाख हितग्राहियों को 125 करोड़ रूपये, कृषक समृद्धि योजना में 25 हजार हितग्राहियों को 75 करोड़ रूपये, उज्जवला योजना में 41 हजार बहनों को धुएं के चूल्हे से मुक्ति दिलवाकर गैस कनेक्शन प्रदान करने पर 67 करोड़ रूपये की राशि व्यय हुई। यही नहीं मुख्यमंत्री कृषि ऋण समाधान योजना में पौने तीन हजार, सौभाग्य योजना से 42 हजार हितग्राही लाभान्वित हुए हैं। दतिया जिले में दो लाख से श्रमिकों का पंजीयन किया जा चुका है इसके अलावा 32 हजार आवासहीनों को भू-अधिकार प्रमाण पत्र भी बांटे जा चुके हैं। इस तरह दतिया जनकल्याणकारी कार्यक्रमों के बेहतर अमल में एक उदाहरण बन चुका है।