बुढार(ईन्यूज एमपी)-शहरों में जुएँ व सट्टे का कारोबार तो बड़े बड़े सेठों व महाजनों तक सीमित था अब यह छोटे गांव में इस तरह से फल फूल रहा है कि आपको गली, खेत खलिहानों व बगीचों में बड़े आराम से आज के युवा वर्ग इसमे लिप्त होते हुए दिखाई देंगे । इतना ही नहीं यह पूरा मामला प्रशासन में बैठे उच्च अधिकारियों को भी पता रहता है लेकिन वे अपने कानों में रुई व आँखों मे पट्टी बांधे हुए इन सब कारोबार को भलीभांति जानते हुए पनपने देते हैं। ऐसा ही मामला इन दिनों सरई कापा में आपको जंगलों व बगीचों में देखने को मिल जाएगा जहां जुएँ में लिप्त युवा वर्ग मिल जाएगा वहीं सट्टे जैसे अवैध धंधे को सह दे रहे लालजी सिंह अपने घर मे ही इसे अंजाम दे रहे हैं। जिससे समाज मे और भी तरह तरह की चोरी व लूटमारी जैसी अपराध पनप रहे हैं ऐसे में प्रशासन को यह ध्यान देना होगा कि एक अपराध को रोकने से कई अपराध रुक सकते हैं।