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35 फीसदी शराब दुकानों से ठेकेदारों की तौबा.......

श्योपुर ( ईन्यूज एमपी ) - शराब के ठेके लेना मुनाफे का धंधा है। तभी तो शराब ठेकों की नीलामी के लिए कुछ समय पहले तक बंदूकें तन जाती थीं लेकिन, श्योपुर जिले में मयखाने चलाना अब घाटे का सौदा हो चुका है। यह हम नहीं कह रहे बल्कि पिछले साल शराब दुकानों का लाइसेंस लेने वाले ठेकेदार एवं आबकारी विभाग के आंकड़े बयां कर रहे हैं। इस साल श्योपुर की 35 फीसदी शराब दुकानों के लाइसेंस ठेकेदारों ने रिन्यू नहीं कराए।
गौरतलब है कि, आबकारी विभाग ने इस साल अंग्रेजी व देशी शराब ठेकों की नीलामी नहीं की है। पिछले साल जिन ठेकेदारों ने दुकानों के लाइसेंस लिए थे उन्हीं दुकानदारों को बिना नीलामी के फिर से शराब दुकानों का लाइसेंस देने का आदेश जारी किए गए। इसके लिए शर्त रखी कि ठेकेदार को पिछले साल की लाइसेंस फीस से 15 प्रतिशत ज्यादा फीस इस साल चुकानी होगी। यानी पिछले साल जो शराब दुकान एक करोड़ में नीलाम हुई थी उसको वही ठेकेदार एक करोड़ 15 लाख रुपए चुकाकर फिर से ले सकता है। श्योपुर जिले में देशी शराब के 26 और अंग्रेजी शराब के 9 ठेके हैं। इन 35 दुकानों में से 9 अंग्रेजी और 12 देशी शराब दुकान ठेकेदारों ने अपने लाइसेंस इस साल रिन्यू नहीं कराए। क्योंकि, यह सभी दुकानें घाटे में चल रही हैं। पिछले साल लाइसेंस लेने वाले ठेकेदार खुद को लाखों के घाटे में बता रहे हैं ऐसे में, 15 परसेंट ज्यादा शुल्क देकर फिर ठेका लेने से उन्होंने तौबा कर दी है।

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तो विभाग खुद चलाएगा दुकान
शराब दुकानों का लाइसेंस रिन्यू कराने के लिए 15 फरवरी की तारीख अंतिम थी। 15 फरवरी को 35 में से 15 शराब दुकानों के ठेकेदारों ने फिर लाइसेंस रिन्यू कराने का आवेदन नहीं दिया। अब आबकारी विभाग 12 देशी एवं 3 अंग्रेजी शराब की नीलामी के लिए फिर से टेंडर निकालने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए शराब दुकानों लाइसेंस फीस घटाई जाएगी, इसकी अनुमति शासन से ली जा रही है। यदि शासन अनुमति नहीं देता और कोई ठेकेदार नहीं मिलता तो आबकारी विभाग खुद दुकानें चलाएगा।

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इन शराब दुकानों का नहीं हुआ नवीनीकरण
-बड़ौदा देशी शराब क्रमांक 1 के नवीनीकरण के लिए 1 करोड़ 66 लाख 63 हजार 237 रुपए तय किया गया था।
-बड़ौदा देशी शराब दुकान नंबर 2 के नवीनीकरण के लिए 1 करोड़ 66 लाख 60 हजार 112 रुपए देना था।
-बड़ौदा की अंग्रेजी शराब दुकान के लिए 1 करोड़ 29 लाख 27 हजार 155 रुपए की शुल्क तय किया था।
-राडेप देशी शराब दुकान का लाइसेंस नवीनीकरण के लिए 46 लाख 57 हजार 169 रुपए चुकाना था।
-मकड़ावदा देशी शराब दुकान के लिए 1 करोड़ 11 लाख 41 हजार 199 रुपए ठेकेदार को देना था।
-प्रेमसर देशी शराब दुकान के लिए 1 करोड़ 6 लाख 74 हजार 718 रुपए देना था।
-जलालपुरा अंग्रेजी शराब दुकान की लाइसेंस फीस 80 लाख 44 हजार 718 रुपए चुकानी थी।
-पांडोला अंग्रेजी शराब दुकान की लाइसेंस फीस 98 लाख 42 हजार 911 रुपए चुकानी थी।
-रुण्डी देशी शराब दुकान के लिए 41 लाख 86 हजार 58 रुपए की फीस इस साल देनी थी।
-अलापुरा देशी शराब दुकान की लाइसेंस फीस 41 लाख 15 हजार 467 रुपए तय हुई थी।
-सहसराम देशी शराब दुकान 1 करोड़ 11 लाख 34 हजार 218 रुपए निर्धारित थी।
-गसवानी देशी शराब दुकान 35 लाख 34 हजार 670 रुपए निर्धारित की गई।
-दांतरदा देशी शराब दुकान 69 लाख 77 हजार 123 रुपए ठेकेदार को देना थी।
-सामरसा देशी शराब दुकान 46 लाख 57 हजार 265 रुपए चुकाना था।
-सोंठवा देशी शराब दुकान 27 लाख 85 हजार 48 रुपए लाइसेंस फीस तय थी।

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