कटनी ( ईन्यूज़ एमपी ) - स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और महिला सशक्तिकरण विभाग की संयुक्त समीक्षा बैठक सोमवार को आयोजित हुई। बैठक में कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने विभागीय गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होने अपना विजन स्पष्ट करते हुये कहा कि अब स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग का अमला यह सुनिश्चित करे कि उनके क्षेत्रों में संस्थागत प्रसव ही हों, घर पर प्रसव ना हो। जनवरी और फरवरी माह की रिपोर्ट के आधार पर जिन बीएमओ के क्षेत्रों में घर पर प्रसव की संख्या ज्यादा थी, उन्हें कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के आदेश भी कलेक्टर ने दिये। साथ ही उन्होने बीएमओ और परियोजना अधिकारियों को ताकीद किया कि, यदि अगले माह से जिनके भी क्षेत्रों में घर में प्रसव की रिपोर्टिंग हुई, उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। इसलिये अपने अमले को मुस्तैद करें और संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दें। संयुक्त समीक्षा बैठक में परिवार नियोजन के कार्य को प्राथमिकता पर करने के लिये भी विभागीय अमले को कलेक्टर ने निर्देश दिये। उन्होने सीएमएचओ को कहा कि अपने मैदानी अमले को सक्रिय करें। परिवार नियोजन के लिये लग रहे कैम्पों मे सतत् रुप से लक्ष्य अनुरुप कार्य हो। स्वास्थ्य विभाग के अमले की लोकसेवक एप और बायोमैट्रिक मशीन की अटेन्डेन्स रिपोर्ट के आधार पर ही मानदेय का भुगतान करने की बात पुनः कलेक्टर ने कही। उन्होने कहा कि फरवरी माह का डाटा संबंधित राजस्व अधिकारियों को दें। ताकि वे एप और बायोमैट्रिक मशीन की रिपोर्ट के बिहाफ पर ही मानदेय का भुगतान हुआ है, इसका क्रॉसचैक करें। सीएमएचओ को मैटर्नल डैथ और चाईल्ड डैथ की रिपोर्ट पुटअप करने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिये। कलेक्टर ने स्पष्ट तौर पर स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के विकासखण्ड स्तरीय अधिकारियों को खण्डस्तरीय बैठकों का आयोजन संयुक्त रुप से करने के लिये निर्देशित किया। मलेरिया नियंत्रण की टीम को फील्ड पर एक्टिवेट रहने के आदेश भी गढ़पाले ने दिये। महिला एवं बाल विकास विभाग और महिला सशक्तिकरण विभाग की योजनाओं की समीक्षा भी बैठक में कलेक्टर ने की। उन्होने कहा कि वार्षिक लक्ष्य प्राप्त करना अनिवार्य है। मैदानी अमला यह सुनिश्चित करे कि वार्षिक लक्ष्य प्राप्त हो जाये। सीएम हेल्पलाईन का रिव्यू भी बैठक में कलेक्टर ने किया। इस दौरान सीएमएचओ डॉ. अशोक अवधिया, सिविल सर्जन डॉ. एस.के. शर्मा, कार्यक्रम अधिकारी एकीकृत बाल विकास विभाग प्रतिभा पाण्डेय और महिला सशक्तिकरण अधिकारी वनश्री कुर्वेती भी मौजूद थीं।