श्योपुर (ईन्यूज़ एमपी) - फक्कड़ चैराहा के पास सरकारी जमीन पर मालिकाना हक को लेकर होली के दिन हुई हत्या के बाद मामला थमने का नाम नहीं ले रहा। रविवार को दूसरा पक्ष शिकायत लेकर कोतवाली पहुंचा और बताया कि रात में उनके परिवार पर हमला कर घर का सामान लूट लिया गया। मामले में नया मोड़ आने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। दूसरी तरफ सच्चाई यह है कि पुलिस अफसरों से लेकर तहसीलदार तक यदि समय पर शिकायत सुनते और कार्रवाई करते तो यह मामला हत्या तक नहीं पहुंच पाता। जिम्मेदार अफसरों की अनदेखी ने शहर के एक हिस्से की शांति भंग कर रखी है जिसमें एक बुजुर्ग की जान भी चली गई। गौरतलब है कि फक्कड़ चैराहा, वैष्णव छात्रावास के पास सर्वे नंबर 67ध्2 की जमीन सरकारी के एक हिस्से को लेकर दिनेश खटीक और सीताराम बाथम के परिवार के बीच विवाद चला आ रहा था। होली के दिन शुक्रवार को विवाद इतना बढ़ा कि एक पक्ष ने दूसरे पर तलवारों से हमला बोल लिया। इस विवाद में 65 साल के हेमराज आर्य की मौत हो गई। एक महिला व एक बच्चे सहित चार लोग घायल हो गए। पुलिस ने इस मामले में 13 नामजदों और दो अज्ञातों पर मामला दर्ज कर लिया और छह लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है और कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। बॉक्स तहसीलदार सीमांकन करते तो नहीं बढ़ता विवाद जमीन पर मालिकाना हक को लेकर यह विवाद कई महीनों से चल रहा है। जिन लोगों पर हेमराज आर्य की हत्या का मामला दर्ज हुआ है उसी पक्ष के सीताराम बाथम व अन्य ने करीब एक महीने पहले जमीन के सीमांकन के लिए आवेदन दिया था, लेकिन तहसीलदार ने सीमांकन नहीं करवाया। भाजपा के जिला महामंत्री रामलखन नापाख़ेडली ने बताया कि सीताराम बाथम व अन्य पर आवासीय पट्टे हैं। यदि यह जमीन सरकारी है तो उनकी जमीन कहा हैं इसीलिए सीमांकन का आवेदन दिया। लेकिन तहसीलदार ने सीमांकन कराने की बजाय कोतवाली में रिपोर्ट भेजकर दोनों पक्षों को झगड़ा न करने के लिए बाउंड ओवर की कार्रवाई के लिए लिख दिया। बॉक्स पुलिस सुनती तो मेरे पिता जिंदा होते: मनोज मृतक हेमराज आर्य के बेटे मनोज आर्य ने बताया कि उसके परिवार को महीनों से परेशान किया जा रहा था। घर पर पत्थर फेंके जाते थे। गालीगलौज की जाती थी। करीब ढाई महीने पहले आधी रात को घर ढहाकर उसका पूरा सामान चोरी कर लिया गया। मनोज ने बताया कि इसकी शिकायत कोतवाली में की, लेकिन एफआईआर नहीं हुई। 21 दिसंबर को सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत क्रमांक 5179477 दर्ज कराई, जिसे पुलिस ने जबरन बंद करा दिया। मनोज के अनुसार पुलिस ने चोरी गया सामान आरोपियों से दिलवा दिया, लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं की। बॉक्स इस खेल में भाजपा, कांग्रेस और बसपा नेता एक जिस जमीन को लेकर यह विवाद चल रहा है वह करीब 12 बीघा जमीन है, जो सरकारी है। राजस्व विभाग ने पहले इस जमीन को नगर पालिका को दिया, लेकिन नपा ने जमीन का कुछ उपयोग नहीं किया। खाली पड़ी इस जमीन पर कुछ भू-माफियाओं ने कब्जा जमाया और प्लॉट काटकर बेचना शुरू कर दिया। जानकर अचरज होगा कि जमीन के इस फर्जीवाड़े में भाजपा के कई कद्दावर नेता, बसपा के पूर्व जिला अध्यक्ष और कांग्रेस के कई नेता पार्टनर हैं। सभी ने मिलकर इस जमीन का बंदरबांट किया और जिन लोगों को कब्जे करवाए अब वह मालिकाना हक को लेकर एक-दूसरे की जान के दुश्मन तक बन रहे हैं। बॉक्स हत्या आरोपी की बेटी बोली रात में हुआ हमला और चोरी हेमराज आर्य की हत्या व बलवे के आरोप में पुलिस ने छप्पन बाथम सहित चार लोगों को अब तक गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को छप्पन बाथम की बेटी और अन्य परिजन कोतवाली पहुंचे। छप्पन बाथम की बेटी ने बताया कि रात के समय मृतक हेमराज का भाई पप्पूलाल आर्य करीब 10-15 लोगों के साथ उसके घर आया। पूरे घर में तोड़फोड़ कर कीमती सामान चुरा ले गया। इस शिकायत पर पुलिस ने मौका मुआइना किया तो छप्पन बाथम के घर का सामान बिखरा पड़ा मिला। खबर लिखे जाने तक पुलिस मामले की जांच कर रही है। वर्जन -यह जमीन पूरी सरकारी है इसका सीमांकन किस बात का करें। यदि किसी पक्ष के पास पट्टा हैं तो उन्होंने मुझे नहीं बताया। वैसे आज अवकाश है। सोमवार को मैं पूरा रिकार्ड देखकर इस संबंध में पूरी जानकारी दे पाऊंगा। वीरसिंह आवासीय, तहसीलदार, श्योपुर -आरोपी छप्पन बाथम की बेटी ने थाने आकर रात में हमले और चोरी की शिकायत की है। युवती ने मृतक के भाई पप्पूलाल व अन्य 10-12 को दोषी बताया है। इस मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। सुनील खेमरिया, टीआई, कोतवाली श्योपुर