लखनऊ ( ईन्यूज़ एमपी ) - उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में जैतीपुर थाना क्षेत्र के जिगनिया गांव में संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से एक महिला की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है. मृतका के पिता ने ससुरालीजनों के खिलाफ दहेज की मांग पूरी न होने पर गोली मारकर हत्या करने का मामला दर्ज कराया है. तिलहर के क्षेत्राधिकारी एम.एस. रावत ने सोमवार को बताया कि शनिवार को संदिग्ध परिस्थितियों में लाइसेंसी रायफल से गोली लगने से महिला पूजा (30) की मौत हो गई थी, ससुरालीजनों ने दुर्घटनावश गोली चलना बताया था, लेकिन, मृतका के पिता सुखपाल सिंह के आरोपों से केस की दिशा मुड़ गई है. उन्होंने बताया कि रविवार को मृतका के पिता ने पति सतीश, जेठ जैनेंद्र सिंह, सुरेश, देवरानी शालिनी, ननद मिथिलेश, ननदोई वीर सिंह के खिलाफ अतिरिक्त दहेज में बोलेरो कार नहीं मिलने पर उनकी बेटी की गोली मार कर हत्या करने का मुकदमा दर्ज कराया है. इस मामले की जांच चल रही है. बताते चलें कि इसी तरह की घटना गाजीपुर जिले में भी सामने आई थी. यहां मरदह थाना क्षेत्र के जसौली गांव की रहने वाली एक विवाहिता को दहेज के लिए ससुराल पक्ष द्वारा मौत के घाट उतार दिया गया था. इस मामले में विवाहिता के पिता की तहरीर पर पति सहित तीन लोगों के ऊपर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था. पिता की तहरीर के मुताबिक, उन्होंने अपनी पुत्री प्रज्ञा पांडेय की शादी 20 जनवरी 2017 को मरदह थाने के जसौली उचौर गांव निवासी बागीश पांडेय के पुत्र प्रतीक पांडेय से मुंह मांगे दहेज के साथ किया था. शादी के कुछ दिनों बाद ससुराल पक्ष वाले हुडई कार की मांग करने लगे. इसके लिए प्रज्ञा को प्रताड़ित किया जाने लगा. ससुराल पक्ष को काफी समझाने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने मेरी एक न सुनी. इसी दौरान 31 दिसंबर को फोन आया कि प्रज्ञा आग से जल चुकी है. वहां जाने पर पता चला कि वह वाराणसी अस्पताल में भर्ती है. वहां जाने के बाद दो दिनों तक परिजनों ने उनको बहकाया, तब तक उनकी बेटी दम तोड़ चुकी थी.