भोपाल (ईन्यूज एमपी)- सरकारी और निजी डेंटल कॉलेजों में पढ़ने वाले स्टूडेंट व डॉक्टर अपने कॉलेज के आसपास के गांवों को गोद लेंगे। इसके बाद वे इन गांवों में कैंप लगाकर दांत व मुंह में होने वाली बीमारियों का इलाज करेंगे। जरूरत पर इन मरीजों को डेंटल डॉक्टर अपने क्लीनिक में रियायती दर पर इलाज करेंगे। डेंटल स्टूडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन के नेशनल सेक्रेटरी डॉ. जीतेश ताम्रकार ने बताया कि इसी हफ्ते पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में डेंटल स्टूडेंट्स और डेंटल सर्जन्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की मप्र-छग ब्रांच की कांफ्रेंस हुई थी। इसमें 1300 छात्र व डॉक्टर शामिल हुए थे। इस दौरान मौजूद आरोग्य भारती के संगठन सचिव अशोक वार्ष्णेय, मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ. राघवेन्द्र शर्मा और डीसीआई मेंबर डॉ. चंद्रेश शुक्ला ने गांवों को गोद लेकर लोगों को मुंह से बीमारियों से मुक्त करने की बात कही। इसके बाद यह निर्णय लिया गया है। डॉ. ताम्रकार ने बताया कि ऐसी व्यवस्था होने के बाद मुंह के कैंसर को भी शुरुआती अवस्था में पकड़ा जा सकेगा। जरूरत पर एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टर अपनी क्लीनिक में इन मरीजों का रियायती दर पर इलाज करेंगे।