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गर्मी आने के पूर्व ही गहराया जल संकट,हैडपम्प सूखे

हरदा(ईन्यूज एमपी)-टिमरनी नगर के वार्ड नंबर एक ओर दो के आधे हिस्से पाइप लाइन नही होने से वहां के नागरिको को पेयजल के लिए हैडपंप पर निर्भर रहना पड रहा है। लेकिन इस परिवारो को अभी तक नल जल योजना का लाभ नही मिल सका है। जबकि वार्ड नंबर एक एवं दो के आधे हिस्से मे पाइप लाइन बिछी हुई है। लेकिन आधे हिस्से मे पिछले कई महिनो से पाइप लाइन नही होने से नागरिको को पेयजल के लिए परेशान होना पडता है। इन परिवारो को हैथपंप से पानी भरकर कैन से ढोना पडता है। नपं द्वारा अभी तक पाइप लाइन नही पहुचाई जा सकी है। इसका प्रकरण बनाकर टीएस के लिए शासन को भेजा गया है। लेकिन अभी तक कोई स्वीकृति नही मिली है। गर्मी मे जल स्तर गिरने की वजह से हैडपंपो से पानी आना कम हो जाता है या बंद हो जाते है तब नपं द्वारा टैकर से पानी पहुचाया जा रहा है। इस वर्ष कम बारिश होने की वजह से एवं नहरो के बंद होने से जलस्तर गिर गया है ।

3टँकी,4कुओं,9बोरिंग से नपा कर रही पेयजल सप्लाई

टिमरनी नगर के 15वार्डो में लगभग 25 हजार की जनसंख्या में लोग रहते है,व्यवसाय प्रतिष्ठानों को भी पेयजल आवश्यकता बढ़ रही है।नगरपरिषद द्वारा 3टँकीयो,4कुओं ओर 9बोरिंग पम्पो के माध्यम से पेयजल दिन में दो बार सप्लाई करना पड़ता है।प्राप्त जानकारी अनुसार अभी से ही जलस्तर गिरावट होने लगी है ,शासकीय अशासकीय स्थानो,घरों में लगे बोरिंग सूखने लगे है या उनका जलस्तर गिरने लगा है।आगामी गर्मियों में जलस्तर ओर गिरने की आशंका के चलते नागरिकगण सरकारी नल कनेक्शन आवेदन देने में लगे।जलावर्धन योजना राजनीतिक कारणों की भेंट के चलते वापस शासन को भेज दी गई जिसकी कमी आगामी समय मे आमजन को जरूर महसूस होगी।
मूंग की फसल बोवनी से जो जल संकट की स्थिति जो अप्रैल ओर मई मे होती थी। वह फरवरी ओर मार्च मे ही होती दिखाई दे रही है। गर्मी मे मूंग की फसल मे निजी बोरिग से पहला पानी देते ही जल स्तर नीचे जाने से वर्तमान मे जो हैडपंप चल रहे है वह भी बंद हो जाएगे। जल संकट की स्थिति अभी से गहराने लगी है। गर्मी के दिनो मे जो स्थिति निर्मित होती थी। वही स्थिति वर्तमान मे दिखाई देने लगी है।


वन क्षेत्रो मे गहराने लगा जल संकट

वन क्षेत्रो मे जल संकट की स्थिति गहराने लगी है। वन क्षेत्रो मे कुछ हैडपंप भी जल स्तर गिरने की वजह से बंद हो गए है। वही कुछ हैडपंपो मे अधिक चलाने के बाद बहुत कम पानी आता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वनग्राम कायदा मे दो हैडपंप बंद ओर दो हैडपंप चालू है। दो हैडपंप पर पानी भरने के लिए भीड लग जाती है। 1385 मे से 60 हैडपंप जल स्तर की वजह से बंद हो चुके है।

विकासखंड मे 30 मे से 8 नल जल योजना बंद


विकासखंड मे 30 नल जल योजनाए है। जिनमे से वर्तमान मे 22 नल जल योजना चालू है। विभिन्न कारणो के चलते 8 नल जल योजनाए बंद पडी हुई है। जिसके चलते वहा के गामीण पेयजल के लिए हैडपंपो पर निर्भर है। पीएची विभाग से मिली जानकारी के अनुसार विकासखंड के कासरनी कायदा लोधीढाना बोरी के दोनो गाव मे झिरनया इंद्रपुरा कासरनी धौलपुर मे बंद है। धौलपुर मे मोटर खराब होने पर बंद है। पीएचई विभाग द्वारा राशि आवंटित की जा रही है। धौलपुर मे बोर फेल एवं लाइन क्षतिग्रस्त होने की वजह से बंद है। वनग्रामो मे थ्री फेस बिजली नही होने की वजह योजना बंद पडी हुई है । जिसका लाभ हितग्राहियो को नही मिल रहा है। वही विभाग द्वारा वनग्रामो मे तो सिन्गल फेस की मोटर डालकर योजनो को चालू कर दिया गया है।

विकासखंड मे 1385 हैडपंप मे से 60 हैडपंप जल स्तर गिरने से बंद

विकासखंड मे पेयजल के लिए लगे हैडपंप भी गर्मी आते ही दम तोडने लगे है। फरवरी माह मे ही जल स्तर के नीचे गिरने की वजह से 60 हैडपंप बंद हो चुके है। विकासखंड मे 1385 हैथपंपो मे से 60 हैडपंप जल स्तर गिरनी की वजह बंद हो गई है। आगामी महिनो मे लगता है कि यह आकडा बढकर दुगना तिगना हो सकता है। यह जल संकट की आहत को दिखाई दे रहा है।

वनग्रामो मे सोलरपंप के लिए भेजा प्रस्ताव


अधिकतम वनग्रामो मे थ्री फेस बिजली नही होने से नल जल योजनाए बंद पडी हुई है। जिसके चलते वन क्षेत्रो मे रहने वाले परिवारो को इसका लाभ नही मिल पा रहा। वही गर्मी आते आते हैडपंप भी बंद हो जाते है। जिसके चलते वन क्षेत्रो मे पेयजल के लिए ग्रामीणो को परेशान होना पडता है। पीएचई विभाग द्वारा सोलर पंप योजना के लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा है।


इनका कहना है।

वन क्षेत्रो के गावो मे थ्री फेस बिजली नही होने से नल जल योजना चालू नही है। जिन्हे चालू कराने के लिए सोलर पंप के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है।


एसडीओ पीएचई जेएस ठाकुर

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