उज्जैन सुभाष जोशी तराना (ईन्यूज एमपी)- केंद्रीय जेल अधीक्षक अलका सोनकर के तराना आगमन पर उपजेल निरीक्षण के पश्चात समस्त अभिभाषक संघ तराना द्वारा ज्ञापन प्रेषित किया गया एवं ज्ञापन के माध्यम से यह मांग की गई कि उपजेल तराना को शासन की योजनान्तर्गत हटाए जाने का निर्णय पारित किया गया है जबकि वर्तमान में उपजेल तराना में 65 से 70 कैदी निरुद्ध है और तराना तहसील में तीन न्यायिक दण्डाधिकारी एवं एक अपर सत्र न्यायाधीश को मिलाकर कुल चार जज वर्तमान में पदस्थ है जिसमे प्रमुख रूप से एस. एस. ठाकुर अपर सत्र न्यायाधीश , न्यायाधीश शिवकुमार कौशल , न्यायाधीश रुचिका गुर्जर , न्यायाधीश पन्ना नागेश चार जज होकर लगभग तीन से चार हजार प्रकरण चारों न्यायालय में विचाराधीन है और इस कारण से अभिभाषकगण तराना को तराना तहसील की जनता को एवं तराना जेल में निरुद्ध को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा ऐसी स्थिति में उपजेल तराना का स्थाई रहना अति आवश्यक है वहीं तराना कोर्ट में लगभग 100 से 150 अभिभाषक कार्यरत है ऐसी स्थिति में अभिभाषकगण को अत्यधिक कठिनाइयों से गुजरना पड़ेगा इन बिंदुओं को ज्ञापन के माध्यम से दर्शाकर केन्द्रीय जेल अधीक्षक अलका सोनकर से अभिभाषक संघ द्वारा यह मांग की गई कि हमारा आवेदन स्वीकार कर उपजेल तराना को तराना में ही स्थाई तोर पर रखा जाए ज्ञापन देने में मुख्य रूप से अधिभाषक परशुराम वैष्णव , रमेशचंद्र जाट , राजू अन्सारी , सी.पी.भट्ट , मुकेश मंडोरा , जगदीश परमार , प्रकाश परमार , सोहनलाल जोशी , मजीद खान , शम्मी खान , किशोर कुमार सोनी , शम्मी शोगून , प्रकाश सोनी , तखतसिंह सिसोदिया , लक्ष्मणसिंह बड़ाल , जयराम बड़ाल , संजय बड़ाल , मिना शर्मा , महेंद्र बड़ाल , देवीसिंह बड़ाल , दुलेसिंह बड़ाल , मुकेश ठाकुर , एस एन उपाध्याय , जितेंद्र चौहान , गजराजसिंह चौहान , दिनेश गुजरिया , राजेन्द्र जोशी , सुधीर निगम , वीरेन्द्रसिंह गोहिल , सत्यनारायण बैरागी , लक्ष्मीनारायण जोशी , गजराज सिंह रघुवंशी आदि उपस्थित थे ज्ञापन का वाचन एडवोकेट प्रकाश परमार ने किया