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Home मध्य प्रदेश अपनी ही मौत की कहानी बनाकर कराया मृत्युभोज......

अपनी ही मौत की कहानी बनाकर कराया मृत्युभोज......

राजनांदगांव ( ईन्यूज़ एमपी ) - खड़गांव के कहडबरी में बीते 14 जुलाई को हुए अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने सुलझाया लिया है। पुलिस ने आरोपी अरूण चौधरी को उसके ही गांव उमरिया मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने साथी की हत्या करने के बाद उसे अपना नाम देकर गांव में मृत्यु भोज करा दिया। परिवार के सदस्यों का मुंडन भी कराया, ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके। मामले में आरोपी के पिता, भाई व जीजा ने भी सहयोग किया।

तीनों आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है। मामला 14 जुलाई 2017 की है। जब आरोपी बेंगलुरु रेलवे स्टेशन पर मिले राजेंद्र सलाम के साथ भानुप्रतापपुर जाने के लिए खड़गांव के कहडबरी पहुंचा। शाम होने के कारण जब उन्हें बस नहीं मिली तो दोनों कहडबरी चौक में बाइक मैकेनिक प्रवीण बैरागी के पास पहुंचे।

दोनों ने रात गुजारने के लिए कमरे की मांग की, जिस पर प्रवीण ने एक व्यक्ति को आधार कार्ड लेकर अपना रूम दे दिया। सुबह जब प्रवीण दुकान खोलने पहुंचा तो एक की हत्या हो चुकी थी, वहीं दूसरा फरार था। इसके बाद प्रवीण ने पुलिस में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

हत्या के बाद बाइक मैकेनिक प्रवीण ने पुलिस को मध्यप्रदेश उमरिया निवासी अस्र्ण चौधरी का आधार कार्ड दिया। जिसके बाद पुलिस ने अरूण के परिजनों को फोन पर हत्या होने की जानकारी दी, लेकिन दो-तीन दिन बाद भी परिजन शव का शिनाख्त करने नहीं आए।

आधार कार्ड के जरिए पुलिस उमरिया पहुंची। वहां परिजनों ने बताया कि उनके बेटे की हत्या हो गई है। इसके बाद पुलिस जब घटना स्थल पर मिले मोबाइल फोन के ईएमईआई नंबर को ट्रेस किया तो उमरिया में ही फोन चालू होना पाया।

पुलिस जांच करते फोन तक पहुंची, जिसे शैलेंद्र चौधरी नाम का व्यक्ति चला रहा था। उसने बताया कि अरूण ने ही उसे फोन बेचा है। अरूण के जिंदा होने की खबर के बाद पुलिस परिजनों पर नजर रखे हुए थी। पुलिस ने शनिवार को आरोपी को गांव से ही गिरफ्तार किया।

गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने बताया कि वो राजेंद्र सलाम के साथ भानुप्रतापपुर काम के लिए जा रहा था। रात होने पर जब उन्हें बस नहीं मिली तो दोनों कहडबरी में रूके। दोनों ने वहां शराब भी पी, जिसके बाद आरोपी ने वापस कटनी जाने की बात कही।

इसको लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि आरोपी अरूण ने घर में रखे तवा और चाकू से राजेंद्र की हत्या कर दी और फरार हो गया। आरोपी ने अपने पिता संतलाल व भाई संजय चौधरी को हत्या वाली बात बताई।

इसके बाद आरोपी के पिता व भाई ने गांव में झूठी खबर फैला दी कि अरूण की हत्या हो गई है। अंतिम संस्कार की बात बताकर गांव में आरोपी के परिजनों ने मृत्यु भोज करा दिया। परिवार के सदस्यों ने मुंडन कराकर आरोपी अरूण को दूसरे के नाम से बाहर भेज दिया था। झूठी कहानी व पुलिस से सबूत छुपाने के मामले में पुलिस आरोपी अरूण के पिता, भाई व जीजा की पतासाजी कर रही है।

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