श्योपुर(ईन्यूज़ एमपी) - हरियाणा बहुत छोटा सा राज्य है। हरियाणा की तुलना में मध्यप्रदेश बहुत बड़ा है। फिर भी हरियाणा के मुकाबले यहां खिलाड़ी नहीं निकल पाते। अगर खेल विभाग ध्यान दे तो छोटे-छोटे गांवों से भी अच्छे खिलाड़ी बाहर आ सकते हैं। मैं एक छोटे से गांव का रहने वाला हूं, मेहनत करके आज इस मुकाम पर पहुंच पाया हूं। ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेन्दर सिंह ने यह बातें ईन्यूज़ एमपी से चर्चा के दौरान कहीं। उन्होंनें कहा कि, श्योपुर में पहली बार आया हूं लेकिन, यहां के लोगों ने परिवार जैसा प्यार दिया। ईन्यूज़ एमपी से सीधी चर्चा ईन्यूज़ एमपी : भारत में क्रिकेट के बराबर अन्य खेलों को महत्व नहीं मिलता, ये बात आपको परेशान नहीं करती, विजेन्दर सिंह : क्रिकेट पर सरकार और दर्शकों का ज्यादा ध्यान है लेकिन, इससे अन्य खेल व खिलाड़ी हताश नहीं होते। अगर क्रिकेट स्टेडियम की तरह हर जिले में खेलों के स्टेडियम व सुविधाएं हो तो अन्य खेल भी विकास करेंगे। ईन्यूज़ एमपी : अगले ओलंपिक में देश आपसे गोल्ड मेडल की उम्मीद कर सकता है क्या? विजेंदर सिंह : मैं ज्योतिषी तो नहीं कि बता दूं कि, कौन सा मेडल जीतूंगा लेकिन, मैं अपनी मेहनत में कोई कसर नहीं छोड़ रहा। मैं हर चुनौती का सामना करने तैयार हूं। ईन्यूज़ एमपी : आप एक फिल्म में काम कर चुके हैं, फिर सिनेमा के पर्दे पर आएंगे क्या? विजेंदर सिंह : जिंदगी बहुत छोटी होती है जो मौका मिले उसे गंवाना नहीं चाहिए नहीं तो बुढ़ापे में पछताना पड़ता है। मैंने अभी एक टीवी शो किया है आगे भी टीबी और फिल्मों के पर्दे पर आता रहूंगा। अच्छी फिल्म का ऑफर मिलेगा तो काम करने से मना नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि, मप्र और राजस्थान में खेल व खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए सही प्रयास नहीं हो रहे।