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अमेरिका की दुर्लभ प्रजाति चीतल मछली का अनूठा वरदान.......

सतना ( ईन्यूज़ एमपी ) - कहते है मेहनत लगन और अनुभव के साथ यदि कोई काम किया जाय तो सफलता जरूर मिलती है,, यह लाइन सतना के दसरथ मल्लाह पर बिल्कुल सटीक बैठती है,, जिन्होंने बंगलादेस और अमेरिका में पाई जाने वाली दुर्लभ प्रजारी की मछली चीतल का मत्स्य पालन कर पूरे प्रदेश में अपनी पहचान बना ली है,, प्रोटीन से भरपूर इस प्रजाति की मछली 700 से 800 रुपए किलो तक की बेची जाती है,, दसरथ की इस उपलब्धि को देखमत्स्य विभाग भी हैरान है,, जिसने विभाग के अधिकारियों और वैज्ञानिकों को भी पीछे छोंड़ दिया है,, अब सतना कामत्स्य विभाग दसरथ की इस उपलब्धि को मॉडल के रूप में लेकर पूरे प्रदेश मे प्रचारित करने की तैयारी में है।

वीओ:- जिले में प्रगतिशील मत्स्य कृषक दशरथ मल्लाह ने मछली पालन में नवाचार कर अपनी अलग पहचान बना डाली है,, बांग्लादेश और अमेरिका में पाई जाने वाली बेहद दुर्लभ प्रजाति की मछली चीतल का पालन दशरथ ने किया है,, चीतल प्रजाति की मछली के बारे में बात करें तो इनमेसबसे ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है यह बेहद चमकदार और 7 से 8 किलो तक की होती है,, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में यह मछली 800 रूपएकिलो तक बेची जाती है,, दशरथ सतना के नई बस्ती इलाके में रहता है,, बहुत ही कम पढ़े लिखे और बेरोजगार होने के कारण उन्होंने अपने पुश्तैनी धंधे को ही चुना,, जगह जगह घूम कर मछलियों के पालन और प्रजातियों का अनुभव लिया,, 18 महीने पहले दशरथ बिहार में चीतल प्रजाति की मछली के बारे में जाना और वही उसे इस प्रजाति की मछली मिली दशरथ वहीं से चीतल के बीज को अपने साथ सतना ले आया और मत्स्य विभाग से लीज पर एक तालाब लिया,, जहां उसने चीतल प्रजाति की मछली का बीज डाला,, इन मछलियों की खुराग भी दसरथ ने खुद से ही तैयार की,, कई प्रजाति की मछलियों को सुखा कर उनका पाउडर बनाया,, जिसे प्रतिदिन तालाब में डाल के इस प्रजाति को खुराग देता था,, कुछ ही महीने में मछलियों की संख्या और उनका आकार बढ़ने लगा आज सैकड़ों की तादात में इस तालाब में चीतल प्रजाति की मछलियां हो गई है,, बाजार में इस मछली को बहार केव्यापारी दारथ से हांथों हाँथ खरीद लेते है,,जिनका भजन 5 किलो से 7 किलो तक है बेहद गरीब और दाने-दाने को मोहताज दशरथ आज संपन्न मत्स किसानों के लिस्ट में शामिल हो रहा है,, दशरथ की इस मेहनत और उपलब्धि से सतना का मत्स्य विभाग भी आश्चर्य में है,, बेहद दुर्लभ प्रजाति की मछली गोपाल ने और उनमें इजाफा करने में सफल रहे दशरथ के काम को विभाग के अधिकारी सराह रहे हैं यही नहीं अब सतना का नक्शा आप इसे रोल मॉडल बनाकर पूरे प्रदेश में प्रचारित करने की तैयारी कर रहा हूं।

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