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Home मध्य प्रदेश बस ने मारी टक्कर, 50 फीट दूर गिरा बाइक सवार, मौके पर ही तोड़ा दम..

बस ने मारी टक्कर, 50 फीट दूर गिरा बाइक सवार, मौके पर ही तोड़ा दम..

इंदौर(ईन्यूज एमपी)-भोपाल से इंदौर आ रही एक चार्टर्ड बस ने देवास बायपास पर एक बाइक सवार को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक चालक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि दो लोग घायल हो गए। टक्कर मारने के बाद ड्राइवर ने बस को रोकने की बजाय और तेज दौड़ा दिया। यात्रियों ने जब इसका विरोध किया तो ड्राइवर ने 12 किमी दूर शिप्रा थाने पर लाकर बस रोका। पुलिस ने ड्राइवर को हिरासत में लेकर बस को जब्त कर लिया है।

- मिली जानकारी अनुसार अटल ट्रांसपोर्ट की बस भोपाल से सुबह इंदौर के लिए निकली थी। देवास बायपास पर बस ने एक बाइक सवार को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर के बाद बाइक सवार तीन लोग उछलकर 50 फीट दूर जा गिरे। इसमें से बाइक चालक के सिर पर गंभीर चोट आने से उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि दो लोग गंभीर घायल हो गए।

- मृतक की पहचान मुकेश पिता मोहनलाल देवड़ा निवासी बालगढ़ नई आबादी देवास के रूप में हुई। घायल सुधाकर ने बताया कि वह दोस्त मुकेश और उसके बेटे गौरव के साथ शंकरगढ़ पहाड़ी स्थित शिव मंदिर दर्शन के लिए जा रहे थे। बायपास से जैसे ही वे मुड़े 100 से भी ज्यादा स्पीड से भोपाल की ओर से आ रही बस ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर के बाद हम सब कई फीट दूर जा गिरे। मुकेश और गौरव सिर के बल गिरे। मुकेश के सिर से काफी मात्रा में खून बह रहा था और कुछ देर बाद उसने दम तोड़ दिय, जबकि गौरव और मुझे लोगों ने अस्पताल पहुंचाया। गौरव के सिर और पैर में गंभीर चोट आई जिस कारण देवास में प्राथमिक उपचार के बाद उसे इंदौर के एमवाय अस्पताल रैफर किया गया है।


- प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टक्कर के बाद बस के ड्राइवर ने और ज्यादा स्पीड बढ़ा दी। यात्री सुनील कुमार ने बताया कि देवास बायपास से जैसेे ही बस करीब दो किमी दूर पहुंची उसने बाइक सवार को चपेट में ले लिया। ड्राइवर ने बस नहीं रोकी। उसकी इस हरकत का यात्रियों ने विरोध किया और बस को रोकने काे कहा। इस पर ड्राइवर का कहना था कि यदि उसने बस रोकी होती तो लोग बस को आग लगा देते और मुझे भी मार डालते। यात्रियों के हंगामे के बाद ड्राइवर सुनील अहिरवार ने शिप्रा थाने पर बस ले जाकर खड़ी कर दी।


यात्रियों का कहना था कि जब उन्होंने बस के ड्राइवर को बस रोकने को कहा था उनका बर्ताव ठीक नहीं था। वे अकड़कर बात कर रहे थे। यात्रियों कहा कि यदि सरकार से अटैच गाड़ियां इस प्रकार चल रही हैं और किसी को टक्कर मारने के बाद उसे अस्पताल ले जाने की बजाय गाड़ी को और तेज दौड़ा रहे हैं तो फिर इनमें और प्रायवेट ट्रांसपोर्ट में अंतर ही क्या रह गया।

गुस्साए लोगों ने शव रख किया चक्काजाम
- हादसे के बाद जैसे ही मुकेश का शव गांव पहुंचा, वहां मातम छा गया। गुस्साए लोगों ने जिस स्थान पर हादसा हुआ वहीं पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। करीब एक घंटे की समझाइश के बाद वे अंतिम संस्कार को राजी हुए और फिर मुकेश का अंतिम संस्कार किया गया।

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