जबलपुर, (ईन्यूज एमपी)-देश में शिक्षा के बढ़ते स्तर के बावजूद लड़कों की तुलना में लड़कियां अभी भी पीछे हैं। खासकर छोटे शहरों व ग्रामीण क्षेत्रों में पिछड़ी मानसिकता के कारण लड़कियां उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर पातीं। इसी मानसिकता को खत्म करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने इंदिरा गांधी स्कालरशिप योजना शुरू की है। इसका उद्देश्य महिला शिक्षा को बढ़ावा देना है | इस स्कॉलरशिप के तहत पीजी कोर्स में दाखिला लेने वाली उन लड़कियों को आर्थिक मदद दी जाती है, जो अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं और उन्होंने अपना दाखिला किसी प्रोफेशनल कोर्स में नहीं करवाया है। छोटे परिवार की संकल्पना को इस स्कॉलरशिप में महत्व दिया गया है। इस योजना के तहत छात्रा को हर माह 31 सौ रुपए मिलेंगे। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अंतिम तारीख 31 जनवरी है। ये है योग्यता - आवेदक माता-पिता की एकमात्र संतान होनी चाहिए, यानी उसका न कोई भाई हो, न बहन। - जुड़वा संतानें इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर सकती हैं। - अगर परिवार में एक बेटा व एक बेटी हो तो बेटी इस स्कॉलरशिप के योग्य नहीं मानी जाएगी। - पीजी कोर्स में दाखिला लेने वाली लड़कियां ही कर सकती हैं आवेदन। - आवेदन के समय आवेदक की उम्र 30 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। - मान्यताप्राप्त विश्वविद्यालय या पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेजों की वही लड़कियां आवेदन के योग्य मानी जाएंगी, जिन्होंने मास्टर डिग्री के प्रथम वर्ष में नियमित या फुल टाइम पाठ्यक्रम में दाखिला लिया है। यह स्कॉलरशिप मूल रूप से पोस्ट ग्रेजुएट प्रथम वर्ष की छात्राओं के लिए ही है। - दूरस्थ शिक्षा के तहत अध्ययन कर रही आवेदक इस स्कॉलरशिप के योग्य नहीं मानी जाएंगी। - इस योजना के तहत हर महीने 3,100 रुपए बतौर छात्रवृत्ति दिए जाएंगे। ऐसे करें आवेदन - आवेदन ऑनलाइन ही किए जा सकते हैं। - सबसे पहले संबंधित वेबसाइट पर जाएं और यूजीसी स्कीम्स सेक्शन पर क्लिक करें। - इसके बाद अप्लाई बटन पर क्लिक करें और दिशा-निर्देशों के अनुसार आवेदन फॉर्म भरें। - नए आवेदकों को पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन भी इसी तरीके से किया जा सकता है। अंतिम तिथिः 31 जनवरी, 2018