पथरौला/सीधी (ईन्यूज एमपी):-छत्तीसगढ़ की सीमा पार कर आये हाथियों के झुण्ड का आंतक थमने का नाम नहीं ले रहा है। दो रात तक तो हाथियों का झुण्ड जंगल से बाहर नहीं निकला किन्तु तीसरी रात फिर हाथियों के झुण्ड ने ताण्डव मचाते हुए दो गरीब आदिवासियों का आशियाना धरासाई करते हुए जहां घर मे रखा सारा अनाज खा गये वहीं घर के आसपास मक्का, उडद, अरहर, तथा धान की खडी फसलों को बुरी तरह से रौंद डाला। ग्रामीणों द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक 14-15 की दरम्यानी रात तकरीबन 10.30 बजे हाथियों का झुण्ड जंगल से निकलकर गांव की तरफ बढे ही थे की गांव के सुरूआत मे ही जंगल के किनारे बने इन्द्रबहादुर पिता ईश्वरदीन सिंह गोंड उम्र 50 बर्ष तथा शिवपाल पिता जयराम सिंह गोंड उम्र 40 वर्ष दोनों निवासी मनडोलिया टोला पोडी के घरों में हाथियों के झुण्ड ने बारी बारी से हमला किया। हमले के दौरान घर मे रखा अनाज खा गये तथा घर के आसपास खडी फसलों को भी रौंद डाला। पीडित परिवारों के द्वारा बताया गया कि हाथियों के आतंक के कारण दहशत मे आकर हम लोगों ने चार दिन पूर्व ही घर छोडकर गांव के बीच बने परिवार जनों के यहाँ रात्रि विश्राम करते थे। बताया गया कि घटना दिनांक को भी रात्रि में घर पर नहीं थे। बताया गया कि हाथियों का झुण्ड पहले शिवपाल सिंह के धावा बोला और पांच क्विंटल गेहूँ, दो क्विंटल चावल, बीस क्विंटल धान, दो क्विंटल अरहर,दो क्विंटल चना, तथा बीस किलो आटा खा गये। तत्पश्चात इन्द्रबहादुर सिंह के घर पर हाथियों द्वारा आक्रमण किया गया और चारों तरफ घूमकर हाथियों ने घर को धराशाई करते हुए तीस किलो अरहर, तीन क्विंटल गेहूँ, छः क्विंटल धान, बीस किलो आटा, तथा पचास किलो चावल खा गये तथा खडी फसलों को चौपट कर दिये और सुबह तकरीबन चार बजे वापस संजय टाईगर रिजर्व के जंगलों मे घुस गये। *ग्रामीणों ने विभागीय अमले पर लगाया गंभीर आरोप*:- ग्रामीणों द्वारा विभागीय अफसरों पर आरोप लगाते हुए बताया की विभाग द्वारा एलिफेन्ट प्लांट बैरिकेट्स लगवाया गया था जो इन दोनों पीडितों के घर को छोडकर लगाया गया था। पीडित परिवार ने बताया कि हम लोगों ने ए.डी साहब से कहा था की हमारे घर के आगे से बैरिकेट्स लगवाइए लेकिन उनके द्वारा कहा गया कि हम दो घर को नहीं बचायेंगे। हमको पूरे गांव को बचाना है। तुम लोग अपना घर यहां से हटा लो। और हम लोगों के घर के बाद बैरिकेट्स लगवाया गया। और हाथियों ने इसका फायदा उठाते हुए दो गरीब आदिवासियों का घर भरी बरशात उजाड दिया। ग्रामीणो का कहना है की यदि विभाग द्वारा इन दोनों घरों के आगे से बैरिकेट्स लगवाए गये होते तो शायद पीडितों का आशियाना बच गया होता। ग्रामीणो द्वारा बताया गया कि अभी तक कोई भी उच्चाधिकारी मौका मुआयना करनें नहीं पहुंचे। ग्रामीणो ने बताया कि हाथियों से सुरक्षा की बात करने पर विभागीय अमले के द्वारा गाली गलौच भी किया जाता है। मौके पर पहुंची टीम ने देखा कि की दोनों पीडितो के घर को छोडकर एलिफेन्ट प्लांट बैरिकेट्स लगाया गया था। इसी कारण हाथियों ने उक्त घरों को धरासाई कर दिया। जिसमे विभाग की लापरवाही मानी जा रही है। *विधायक से हुई शिकायत*:- पोडी गांव मे पहुंचे क्षेत्रिय विधायक कुंवर सिंह टेकाम को आपबीती सुनाते हुए आदिवासियों ने बताया कि हाथियों द्वारा हम लोगों का घर ध्वस्त किया जाता है और ए.डी साहब तथा बीटगार्ड प्रजापति द्वारा बचाव की बात करनें पर गाली गलौच किया जाता है। जिस पर विधायक द्वारा तत्काल कलेक्टर से बात कर कार्यवाही का आश्वासन भी दिया गया। साथ ही उचित छतिपूर्ति दिलाने की बात भी कही। *रात भर नहीं सोते ग्रामीण*:-ग्रामीणों ने बताया कि पूरा गांव शाम ढलते ही गांव के मुहाने पर एकत्रित हो जाते हैं और हाथियों की तकबारी करते हैं। बताया कोई भी अधिकारी कर्मचारी मौके मे आकर ग्रामीणो का साथ नहीं देते सिवाय बीटगार्ड विजय पनिका के। *नहीं हैं सुरक्षा के इन्तजाम*:- मौके पर पहुंची टीम को सुरक्षा के नाम पर एलिफेन्ट प्लांट बैरिकेट्स के अलावा सुरक्षा के नाम पर कोई पुख्ता इन्तजाम देखने को नही मिला। जिससे ग्रामीणों मे काफी आक्रोश देखा जा रहा है। ग्रामीणो का कहना है कि यदि हम लोग अपनी जान बचाने के लिए एक छोटे से जानवर को मार दिये तो वन विभाग द्वारा हमे जेल पहुंचा दिया जाता है। किन्तु पखवाड़े भर से हाथियों के झुण्ड द्वारा हम ग्रामीणो पर कहर ढाया जा रहा है। लेकिन विभाग के आला अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों के साथ ही बदसलूकी भी की जाती है। जो सर्वथा अनुचित है। ग्रामीणो द्वारा जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए रेस्क्यू टीम की सहायता से हाथियों को मध्यप्रदेश के जंगलों से खदेडवाने की व्यवस्था करनें की गुहार लगाई है। अन्यथा क्षेत्रिय ग्रामीण अपने जानमाल की रक्षा के लिए धरना प्रदर्शन करनें पर मजबूर हो जायेंगे।